Monday, August 27, 2018
Janmashtami Images - Janmashtami Pictures in Hindi
9:49 AM
Janmashtami Images - Janmashtami Pictures in Hindi
नमस्कार दोस्तो आज आप इस पोस्ट मैं जानेगे की जनमस्टमी क्यू म्नाई जाती है, ओर श्री कृशन भगवान की Images यहा से Download कर सकतें है |
Janmashtami Images - Janmashtami Pictures in Hindi
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का जश्न और इतिहास:
इस दिन को गोकुलष्टमी, सतम आथम, रोहिणी अष्टमी आदि के नामसेभीजानाजाता है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार भद्रपद महीने के कृष्णा प्रकाश अष्टमी पर हर साल श्री कृष्ण जन्माष्टमी हिंदू त्यौहार मनाया जाता है। जन्माष्टमी भगवान कृष्णा के जन्म का जश्न है जो भगवान विष्णु के आठवें अवतार थे। दही-हैंडी और रास-लीला इस उत्सव का जश्न मनाने की मुख्य परंपराएं हैं।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का इतिहास
भगवान कृष्ण श्री वासुदेव और देवकी के पुत्र थे जो मथुरा राजा कंस की बहन थीं। देवकी की शादी के दिन एक आकाशवाणी आई कि कंस की मोत देवकी के आठवें बेटे के हाथ से होगी ,इसलिए कंस ने वासुदेव (श्रीकृष्ण के पिता) और देवकी (श्री कृष्ण की माता) को जेल में डाल दिया और जन्म होते ही सभी शिशु को मारने शुरू कर दिया ताकि वह अपने आठवें बच्चे को अपनी मौत लाने का अनुमान लगा सके।कृष्णा भगवान जन्माष्टमी के दिन उसी जेल में पैदा हुए लेकिन उस दिन किसी भी तरह वासुदेव कृष्णा को बचाने में कामयाब रहे और उन्हें नंदगांव में छोड़ दिया जहां उनके दोस्त नंद बाबा और उनकी पत्नी यशोदा की बेटी थी, जिसे वासुदेव जेल में लाए थे। भगवान कृष्ण के जन्म की याद में और इन सभी घटनाओं को इस दिन मनाया जाता है।
Janmashtami Images - Janmashtami Pictures in Hindi
Thursday, August 2, 2018
Rakhi Images - 1000 Raaksha Bandhan Images
10:34 AM
Rakhi Images - Raaksha Bandhan ki Images
Aap sab ko meri taraf se rakhi ki subhkamnaye ye ap ke jeevan main khushiyan aayen, kehte hai tasveere bahut kuch byan karti hai, mene bhi ek koshish kar ke dekhi hai,Umeed hai ki ap ko pasand aayen gi.
Ap ya se Raaksha Bandhan ki Images yha se share kar ke apne Dosto or Relatives ko Rakhi ko best wishes bheje.
Thanks for Watching
Wednesday, August 1, 2018
Raksha Bandhan - Rakhi or Raksha Bandhan Images
4:35 AM
Raksha Bandhan - Rakhi or Raksha Bandhan Images
Raksha Bandhan 2018
Rakshabandha bhi dusre toharo ki tarha ek paviter tohar hai, yeh Festival behan bhai ke pyar ko ek pviter dhage main bandh deta hai jise rakhi kehtey hai. Behne is din ka badi besabri se intzar karti hai.
rakshabandhan ki ap sab ko bhaut bahut bdhai ho, ap yha se apne dosto, rishtedaro ko bdhai sandeh images ke madhyam se message bhe.
hmare desh hindustan main sdyo se yeh parampra chal rahi or chaltirahegi.
Rakdi da sade hindustan khas kar ke punjab wich bahut mhatav hai, ek chota jeha dhga bhan bra de pviter ristey nu majbut bnuda hai.is din dehna rab to kuch nahi bas apne veer di khusi magiya han.
Saturday, July 28, 2018
Raksha Bandhan - Rakhi or raksha bandhan festival of india
9:30 AM
Rakshabandha bhi dusre toharo ki tarha ek paviter tohar hai, yeh Festival behan bhai ke pyar ko ek pviter dhage main bandh deta hai jise rakhi kehtey hai. Behne is din ka badi besabri se intzar karti hai. rakshabandhan ki ap sab ko bhaut bahut bdhai ho, ap yha se apne dosto, rishtedaro ko bdhai sandeh images ke madhyam se message bheje.
Friday, July 27, 2018
Why Raksha bandhan is Celebrated - रक्षाबन्धन क्यू मनाया जाता है
11:27 AM
Why Raksha bandhan is Celebrated - रक्षाबन्धन क्यू मनाया जाता है
1. रक्षाबन्धन हिन्दुओं का म्हत्वपुरण पर्व है जिसे पूरे हिन्दुस्तान मैं बड़े उत्साह से मनाया जाता है |भारत के इलावा भी आन्ये देशों मैं जहा हिंदू धर्म के लोग रहते हैं वॉया भी बड़े उतशाह से म्नाया जाता है यह भाई - बहनों मैं बड़े ही उत्साह से मनाया जाता है भेने अपने भाई की क्लाई पर राखी बाद्ति है ओर भाई सारी जिंदगी उनकी रक्षा करने कर प्राण देता है,
कब से शुरू हुई रक्षाबन्धनकी प्रथा :
जब श्री कृष्ण भगवान ने शिशुपाल का वध किया था तो उनके हाथ मैं चोट लग गई थी तब उनकी मूह बोली बहन द्रोपति जो की अर्जुन की धर्म पत्नी थी उन्होने देखा की श्री कृष्ण भगवान के हाथ से रक्त बह रहा है तो उन्होने तोड़ा सा कपड़ा अपनी साड़ी से फड़कर उनके हाथ से बाद दिया - क्या आप जानते हो की उस दिन श्रावणमास की पूर्णिमा थी तब श्री कृष्ण ने द्रोपति को रक्षा का वचन दिया था - तब से ही श्रावणमास को रक्षाबन्धन की प्रथा चल रही है | श्रावण (सावन) में मनाये जाने के कारण इसे श्रावणी (सावनी) या सलूनो भी कहते हैं।
2.भविष्य पुराण की एक कथा के अनुसार देवताओ के राजा इंद्र ओर दानवों में १२ वर्षों तक युद्ध हुआ पर देवता विजयी नहीं हुए इस तब राजा इंद्र की पत्नी महारानी शची ने श्रावण शुक्ल पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु से मदद माँगी भगवान विष्णु ने उसे एक रक्षासूत्र दिया जिस को महारानी शची ने राजा इंद्र की दाहिनी कलाई में बांधा ओर सफलता की कामना की जिसके फलस्वरुप इन्द्र की दानवों पर विजय हुई।यहा से इस पवित्र धागे की परंपरा शुरू हुई ,इस के बाद युध मैं जाने से पहले पत्निया अपने पति को धागा बाधती थी ओर एहतोहार सिर्फ़ भाई बहनो तक ही सीमात नही है
Rakshabandhan 2018 |
2.भविष्य पुराण की एक कथा के अनुसार देवताओ के राजा इंद्र ओर दानवों में १२ वर्षों तक युद्ध हुआ पर देवता विजयी नहीं हुए इस तब राजा इंद्र की पत्नी महारानी शची ने श्रावण शुक्ल पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु से मदद माँगी भगवान विष्णु ने उसे एक रक्षासूत्र दिया जिस को महारानी शची ने राजा इंद्र की दाहिनी कलाई में बांधा ओर सफलता की कामना की जिसके फलस्वरुप इन्द्र की दानवों पर विजय हुई।यहा से इस पवित्र धागे की परंपरा शुरू हुई ,इस के बाद युध मैं जाने से पहले पत्निया अपने पति को धागा बाधती थी ओर एहतोहार सिर्फ़ भाई बहनो तक ही सीमात नही है
केसे मनाते है रक्षाबन्धन :
रक्षाबन्धन के दिन बहने सुबहा अपने भाई की क्लाई पर एक धागा अपने भाई के दाहिंने हाथ पर बान्दती है ओर अपने भाई की लामी उमर की दुआ मांगती है |
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